अनिरुद्धाचार्य जी ने जीवन के प्रारंभिक वर्षों में अनेक तीर्थों की यात्रा की। उन्होंने विभिन्न संतों से ज्ञान प्राप्त किया और शास्त्रों का गहन अध्ययन किया। इस साधना से उन्होंने जीवन का गूढ़ रहस्य समझा और आत्मा की खोज में आगे बढ़े। https://aniruddhacharya.com/donate-for-cow-gaushala-goseva.html