Vashikaran specialist aacharya Goldie Madan (whats app +16475502650) स्वामी श्री तुलसीदास जी कहते हैं मैं सदा श्रीहरि का चेला हूं हे, नाथ आप मेरे हृदय में निवास कीजिए। अनिवार्य – अत्यावश्यक, अपरिहार्य, अवश्यंभावी, परमावश्यक। अनुभव – तजुर्बा, अनुभूति, आपबीती, संवेदनशीलता, इंद्रियबोध क्षमता, इंद्रियबोध शक्ति, संवेदन, संवेदना। अलगाना – अलग करना, https://www.youtube.com/watch?v=Z4bT0YKuy3E